नमस्कार दोस्तो, आपने अक्सर अपने जीवन के अंतर्गत Classic Missionary शब्द का प्रयोग किया होगा। अनेक लोगों के द्वारा अलग-अलग प्रकार की परिस्थितियों में इस शब्द का प्रयोग किया जाता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि Classic Missionary का हिंदी भाषा के अंतर्गत क्या मतलब होता है,(क्लासिक मिशनरी का हिंदी अर्थ), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं, कि classic missionary का हिंदी भाषा में क्या मतलब होता है, (क्लासिक मिशनरी का हिंदी अर्थ), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
Classic Missionary का हिंदी भाषा में क्या मतलब होता है? (classic missionary position meaning in hindi)
दोस्तों बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि क्लासिक मिशनरी का हिंदी भाषा के अंतर्गत क्या मतलब होता है। अगर दोस्तों बात की जाएगी इन का हिंदी में क्या मतलब होता है तो हमें इन दोनों शब्दों को अलग-अलग करके समझना होता है।
सबसे पहले हम यह जानते हैं कि क्लासिक का हिंदी भाषा के अंतर्गत क्या मतलब होता है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि क्लास सी का हिंदी भाषा के अंतर्गत मतलब होता है, उत्कर्ष या आदर्श लेखक।
वही इसके विपरीत अगर मिसनरी की बात की जाएगी इसका हिंदी भाषा के अंतर्गत क्या मतलब होता है तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि इसका मतलब होता है कि धर्म का प्रचार करने वाला, प्रचारक, धर्म प्रचारक या पादरी।
तो दोस्तों इन दोनों वाक्यों के मेल से अलग-अलग प्रकार के अर्थ निकल सकते हैं यानी कि कोई आदर्श धर्म प्रचारक हो, सकता है, कोई उत्कृष्ट धर्म प्रचारक हो सकता है, कोई ऐसा आदर्श लेखक हो सकता है जो धर्म का प्रचारक हो या फिर फिर धर्म का प्रचार करता हो।
तो ऐसे में आपको इसका अंदाजा लगाना है, कि इस वाक्य या फिर इस शब्द का प्रयोग कहां पर किया गया है, तथा इसका मतलब वहां पर क्या हो सकता है।
तो यहां पर हमने आपको अच्छी तरह से समझा दिया है, कि क्लासिक मिशनरी का हिंदी में क्या मतलब होता है, या फिर क्लासिक मिशनरी का हिंदी भाषा के अंतर्गत क्या अर्थ होता है।
मिशनरी पोजिशन क्या होती है? | classic missionary kya hota hai
क्लासिक मिशनरी से जुड़ा हुआ नाम एक मिशनरी पोजीशन भी होता है, और बहुत से लोगों को इसके बारे में भी जानने की इच्छा होती है, कि मिशनरी पोजीशन क्या होता है, तथा इसका क्या अर्थ होता है।
तो दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मिशनरी पोजिशन एक संभोग करने की पोजीशन होती है। इस missionary पोजीशन को कई बार 67 पोजीशन के नाम से भी जाना जाता है।
अगर बात की जाएगी इस मिशनरी पोजीशन के अंतर्गत किस तरह से संभोग किया जाता है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं, कि इस पोजीशन के अंतर्गत पुरुष महिला के ऊपर होता है तथा महिला पुरुष के नीचे होती है। इसके अलावा इस पोजीशन में दोनों पार्टनर के मुंह आमने-सामने होते हैं, तथा आप संभोग की अवस्था या फिर संभोग के दौरान एक दूसरे की आंखों में आंखें डाल कर देख रहे होते हैं।
तो ऐसे में बहुत से डॉक्टर्स का मानना है, कि यह संभोग की अवस्था बहुत ही अच्छी मानी जाती है। इस अवस्था के अंतर्गत संभोग करने से निम्न फायदे हो सकते हैं :-
यदि आप मिशनरी पोजीशन में संभोग करते हैं, तो दोनों पाटनर के बीच प्यार काफी हद तक बढ़ता है। आप इस पोजीशन के दौरान एक-दूसरे की आंखों के अंतर्गत लगातार देखते रहते हैं, तो जिस कारण आप के अंतर्गत एक इमोशनल बॉन्ड बन जाता है। क्योंकि आप इसके अंतर्गत एक दूसरे को देखते रहते हैं तो ऐसे में आपको एक दूसरे के चेहरे के एक्सप्रेशन को समझने में आसानी होती है, तथा आप यह समझ पाते हैं, कि सामने वाला बादल कैसा महसूस कर रहा है।
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि Classic Missionary का हिंदी में क्या मतलब होता है, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।